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38th National Games : राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी से देशभर में ‘खेलभूमि’ के रूप में प्रसिद्ध हो रहा उत्तराखंड। आने वाले राष्ट्रीय खेलों के लिए मजबूत आधार तैयार।
राष्ट्रीय खेलों का ऐतिहासिक आयोजन
उत्तराखंड में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेल इस बार व्यवस्थाओं और आयोजन के लिहाज से बेहद सफल साबित हुए। इस बार के राष्ट्रीय खेल पर्यावरण हितैषी कदमों, खिलाड़ियों की सुविधाओं और स्वास्थ्य की बेहतरीन देखभाल को लेकर चर्चाओं में रहे।
“पहली बार भारत में नेशनल गेम्स को ग्रीन गेम्स के रूप में खेला गया। मेडल को ई वेस्ट से बनाया गया। हमने प्रदेश में ‘खेल वन’ बनाने का फैसला किया है। पदक विजेता खिलाड़ियों ने नाम पर 1600 पौधे लगाए जाएंगे।”: मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी pic.twitter.com/iq3ZKMe2tD
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) February 14, 2025
पदक तालिका में ऐतिहासिक प्रदर्श
38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड ने अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन किया। राज्य स्थापना के बाद जब-जब उत्तराखंड ने राष्ट्रीय खेलों में भाग लिया, तब तक उसे मिलने वाले पदकों की संख्या 10 से 19 के बीच रही है। इसी तरह, पदक तालिका में राज्य 13वें से 26वें स्थान के बीच रहा है।
लेकिन इस बार उत्तराखंड ने पदकों की कुल संख्या 103 तक पहुंचा दी, जो राज्य के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है। स्वर्ण पदकों की संख्या भी बढ़कर 24 हो गई। पदक तालिका में उत्तराखंड सातवें स्थान पर पहुंच गया, जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। उत्तराखंड ने पश्चिम बंगाल, पंजाब, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे बड़े राज्यों को पीछे छोड़ दिया।
38th National Games
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— Shubham Singh Yadav (@ShubhamYadav645) February 14, 2025
छोटे राज्य ने दिखाया दम
उत्तराखंड जैसे अपेक्षाकृत छोटे राज्य के लिए राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करना एक बड़ी चुनौती थी। राज्य को बहुत कम समय मिला, लेकिन इसके बावजूद यह आयोजन पूरी सफलता के साथ संपन्न हुआ। उत्तराखंड मणिपुर और असम के बाद राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करने वाला तीसरा हिमालयी राज्य बन गया है।
उत्तराखंड ने राष्ट्रीय खेलों के लिए मजबूत आधारभूत ढांचा तैयार किया। अत्याधुनिक उपकरण मंगवाए गए, जिससे कई रिकॉर्ड भी टूटे। दस हजार से अधिक खिलाड़ियों के लिए उच्चस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।
ग्रीन गेम्स: पर्यावरण हितैषी कदम
- रायपुर में 2.77 हेक्टेयर जमीन पर खेल वन तैयार किया गया, जहां पदक विजेताओं के नाम पर 1600 पौधे लगाए जा रहे हैं।
- खेलों में दिए जाने वाले पदक और आमंत्रण पत्र ई-वेस्ट से तैयार किए गए।
- शुभंकर के रूप में राज्य पक्षी मोनाल को चुना गया।
- आयोजन स्थल पर हरित जागरूकता के लिए स्पोर्ट्स वेस्ट मटीरियल के प्रतीक चिन्ह लगाए गए।
- खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए ई-रिक्शा और साइकिल की व्यवस्था की गई।
- सोलर पैनल का व्यापक प्रयोग किया गया और पानी के लिए रीयूज़ेबल बॉटल की सुविधा दी गई।
- महिला खिलाड़ियों को वैलकम किट में सैनिटरी नैपकिन और अन्य जरूरी सामान दिए गए।
- तीन बार इस्तेमाल किए जा चुके 250 लीटर तेल को बायोडीजल में बदला गया।
“राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड ने रिकॉर्ड 103 पदक अर्जित किए, जिनसे खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा। अतिथि देवो भवः की परिकल्पना के साथ हमने प्रयास किया कि खिलाड़ियों को किसी तरह की दिक्कत न हो।”: मुख्यमंत्री श्री @pushkardhami जी pic.twitter.com/TJkTP9VebQ
— CM Office Uttarakhand (@ukcmo) February 14, 2025
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का बयान
“38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी को हमने पहले ही दिन से अपने लिए बड़ी उपलब्धि माना। इस आयोजन को भव्य रूप देने के लिए पूरे प्रयास किए गए। आधारभूत ढांचा तैयार किया गया और उच्चस्तरीय सुविधाएं जुटाई गईं। निश्चित तौर पर उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के बाद खेल के क्षेत्र में मजबूत होकर उभरा है। मैं सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई देता हूं।