देहरादून। उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा द्वारा गुरुवार को चकराता रोड स्थित प्रदेश कार्यालय में देवभूमि के अमर बलिदानी श्री देव सुमन की पुण्यतिथि के अवसर पर “सुमन दिवस” का आयोजन किया गया। इस मौके पर मोर्चा के पदाधिकारियों ने सुमन जी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया।
इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष रामकुमार शंखधर ने कहा कि श्री देव सुमन का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था। उन्होंने न केवल राजतंत्र के खिलाफ आवाज़ बुलंद की, बल्कि स्वतंत्र राष्ट्र और स्वराज की कल्पना को पहाड़ों में जीवंत किया। उन्होंने कहा, “श्री देव सुमन ने जो यातनाएं झेली और जिस तरह अपने पथ से अडिग रहे, वह आज के युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। वह उत्तराखंड के स्वाभिमान और हमारी जीवंत धरोहर हैं।”
मोर्चा के सैनिक प्रकोष्ठ के महासचिव राजेंद्र भट्ट ने सुमन जी के बलिदान को याद करते हुए कहा, “टिहरी रियासत को राजशाही के चंगुल से मुक्त कराना देव सुमन जी की सबसे बड़ी देन है। उनकी 84 दिन की भूख हड़ताल आज भी एक मिसाल है, जो उन्होंने टिहरी रियासत की दमनकारी नीतियों के विरोध में की थी।”
इस श्रद्धांजलि सभा में चित्रपाल साजवान, पुराण सिंह रावत, नवनीत सुंद्रियाल समेत कई गणमान्य पदाधिकारी उपस्थित रहे और सभी ने सुमन जी के बलिदान को नमन करते हुए उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया।