Dehradun : राजधानी देहरादून को पुराने डीजल वाहनों को हटाकर पर्यावरण फ्रेंडली वाहनों को यातायात व्यवस्था में शामिल किया जाएगा। शहर की हवा को प्रदूषण से मुक्त कराने के उद्देश्य से देहरादून में पुराने डीजल वाहनों को निगरानी में लेते हुए इस कदम की ओर बड़े पैमाने पर कदम उठाया जा रहा है।
स्वच्छ ईंधन से चलने वाले वाहनों की नीति के तहत ही इस कार्य को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। देहरादून के आरटीओ सुनील शर्मा ने बताया कि दून में इस योजना को शुरू किया गया है और सरकार की योजना साल 2027 तक डीजल से चलने वाले सभी पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को सड़क से बाहर करने की है।
इस योजना के तहत लोगों को अच्छे संसाधन मुहैया कराया जा रहा है ताकि वे पुराने डीजल वाहनों को छोड़कर स्वच्छ ईंधन से चलने वाले वाहनों का उपयोग कर सकें। इससे न केवल पर्यावरण को होने वाले नुकसान में कमी होगी बल्कि लोगों के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाए रखने में मदद मिलेगी।
देहरादून में शहरी क्षेत्र में सिटी बस सर्विस के तहत 170 बसें चल रही हैं। विभिन्न रूटों पर डीजल चालित विक्रम की संख्या 470 के करीब है। केंद्र की स्क्रैप पॉलिसी के तहत 15 साल से अधिक पुराने डीजल वाहन को नहीं चलाया जा सकता है।
यह नई पहल देहरादून में प्रदूषण को कम करने और साफ वायु मिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। लोगों को भी स्वच्छता की दिशा में सकारात्मक योगदान देने का मौका मिलेगा और शहर के माहौल को स्वस्थ रखने में मदद मिलेगी।