UTTARAKHAND: देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिक्षकों के सम्मान में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने शैलेश मटियानी पुरस्कार की धनराशि को दोगुना करने का फैसला लिया है। यह फैसला शिक्षकों के हौसले को बढ़ावा देने और उनके योगदान को और अधिक महत्व देने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
क्या है शैलेश मटियानी पुरस्कार?
शैलेश मटियानी पुरस्कार उत्तराखंड सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है। यह पुरस्कार शिक्षकों के समर्पण, कड़ी मेहनत और छात्रों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के प्रयासों को मान्यता देता है।
पुरस्कार राशि में हुआ इजाफा
पहले शैलेश मटियानी पुरस्कार की धनराशि 10 हजार रुपये थी, जिसे अब बढ़ाकर 20 हजार रुपये कर दिया गया है। यह वृद्धि शिक्षकों के लिए एक बड़ी प्रेरणा का स्रोत होगी और उन्हें और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर 19 शिक्षकों को शैलेश मटियानी पुरस्कार से सम्मानित किया। इन शिक्षकों ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है और अपने विद्यार्थियों के जीवन में एक सकारात्मक प्रभाव डाला है।
शैलेश मटियानी पुरस्कार की धनराशि में हुई वृद्धि से शिक्षकों का हौसला काफी बढ़ा है। उन्हें अब और अधिक सम्मान और मान्यता मिल रही है। यह फैसला शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने और राज्य के विकास में शिक्षकों की भूमिका को और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
शैलेश मटियानी पुरस्कार की धनराशि में हुई वृद्धि शिक्षकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। यह फैसला शिक्षकों के महत्व को रेखांकित करता है और उन्हें और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा। आशा है कि यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाएगा।